शिलाजीत और अश्वगंधा को एक साथ लेने के शीर्ष 20 स्वास्थ्य लाभ।

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शिलाजीत और अश्वगंधा को एक साथ लेने के शीर्ष 20 स्वास्थ्य लाभ।

शिलाजीत और अश्वगंधा दो प्राकृतिक औषधीय पदार्थ हैं जो आयुर्वेद में विशेष स्थान रखते हैं। शिलाजीत एक चिपचिपा, राल जैसा पदार्थ है जो हिमालय और अन्य पर्वतीय क्षेत्रों की चट्टानों से प्राप्त होता है। यह खनिजों, विटामिनों और फुल्विक एसिड से भरपूर होता है, जो इसे ऊर्जा बढ़ाने, थकान दूर करने और शरीर को पोषण देने वाला बनाता है। दूसरी ओर, अश्वगंधा एक जड़ी-बूटी है जिसे भारतीय जिनसेंग भी कहा जाता है। यह अपनी जड़ों के लिए प्रसिद्ध है और तनाव कम करने, नींद में सुधार और शारीरिक शक्ति बढ़ाने के गुणों के लिए जानी जाती है। दोनों ही प्रकृति के अनमोल उपहार हैं जो स्वास्थ्य को संतुलित करने में मदद करते हैं।

आयुर्वेद में शिलाजीत और अश्वगंधा का महत्व सदियों से मान्यता प्राप्त है। शिलाजीत को "रसायन" माना जाता है, जिसका अर्थ है कि यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है। यह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ाने और प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर करने में भी सहायक है। वहीं, अश्वगंधा को एक "अडाप्टोजन" के रूप में जाना जाता है, जो शरीर को तनाव और चिंता से लड़ने में मदद करता है और मानसिक स्पष्टता को बढ़ावा देता है। आयुर्वेद में इनका उपयोग संतुलित जीवन शैली को बढ़ावा देने और विभिन्न रोगों के इलाज के लिए किया जाता है, जिससे यह प्राचीन चिकित्सा पद्धति में इनकी अहम भूमिका स्पष्ट होती है।

 

शिलाजीत और अश्वगंधा को एक साथ लेने के ये हैं बेहतरीन फायदे

शिलाजीत और अश्वगंधा को एक साथ लेने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को जबरदस्त फायदा होता है। यह संयोजन ऊर्जा बढ़ाता है, तनाव कम करता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और हार्मोनल संतुलन को बेहतर बनाता है।

शिलाजीत और अश्वगंधा की गोलियां एक साथ लेने के 20 फायदे नीचे दिए गए हैं:

 

 

1. ऊर्जा में जबरदस्त बढ़ोतरी होती है:

शिलाजीत शरीर की ऊर्जा इकाई ATP के निर्माण को बढ़ाता है, जिससे कोशिकाएं अधिक सक्रिय होती हैं। अश्वगंधा थकान और मानसिक सुस्ती को कम कर शरीर को संतुलित रखता है। दोनों मिलकर दिनभर की थकावट को दूर करके शरीर को तरोताजा रखते हैं। यह कॉम्बिनेशन खासकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो थकावट से जल्दी चूर हो जाते हैं।

2. तनाव और चिंता में राहत मिलती है:

अश्वगंधा Cortisol जैसे तनाव पैदा करने वाले हार्मोन को कम करता है, जिससे दिमाग को शांति मिलती है। शिलाजीत शरीर और मस्तिष्क की सूजन घटाकर मानसिक संतुलन लाता है। यह कॉम्बिनेशन स्ट्रेस, एंग्जायटी, चिड़चिड़ापन और थकावट को बहुत हद तक नियंत्रित करता है। मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए यह एक बेहतरीन उपाय है।

3. टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ावा मिलता है:

शिलाजीत पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन स्तर को नेचुरली बढ़ाने में प्रभावशाली है, जिससे यौन शक्ति और मांसपेशियों की ग्रोथ में सुधार होता है। अश्वगंधा स्पर्म काउंट, मोटिलिटी और क्वालिटी को बेहतर करता है। दोनों का संयोजन पुरुषों की सेक्सुअल हेल्थ को मजबूत करता है। यह नपुंसकता और कमजोरी जैसी समस्याओं में भी असरदार है।

4. मांसपेशियों की मजबूती और रिकवरी में मदद करता है:

शिलाजीत मांसपेशियों की थकान को कम करता है और उनमें रक्त संचार बेहतर करता है। अश्वगंधा मसल्स की रिकवरी को तेज करता है और ताकत बढ़ाता है। वर्कआउट करने वालों के लिए यह दोनों सप्लीमेंट्स बेहद फायदेमंद हैं। यह मसल गेन को बढ़ावा देते हैं और इंजरी रिकवरी में भी मदद करते हैं।

5. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है:

शिलाजीत शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले ल्यूकोसाइट्स के उत्पादन को तेज करता है। अश्वगंधा शरीर में मौजूद विषैले तत्वों को बाहर निकालकर इम्यून सिस्टम को डिटॉक्स करता है। दोनों मिलकर शरीर को वायरल, बैक्टीरियल और फंगल संक्रमणों से बचाते हैं। यह नियमित सर्दी-जुकाम से जूझने वालों के लिए वरदान है।

6. ब्रेन फंक्शन में सुधार करता है:

अश्वगंधा दिमाग की नसों को शांत करके याददाश्त और फोकस को बढ़ाता है। वहीं शिलाजीत में मौजूद फुलविक एसिड दिमाग की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर करता है। यह कॉम्बिनेशन एकाग्रता, अलर्टनेस और न्यूरोलॉजिकल हेल्थ को मजबूत करता है। विद्यार्थियों और ऑफिस वर्कर्स के लिए यह बेहतरीन है।

7. वजन घटाने में सहयोगी होता है:

शिलाजीत फैट मेटाबॉलिज्म को तेज करता है जिससे शरीर जमा फैट को एनर्जी में बदलता है। अश्वगंधा भूख को नियंत्रित करता है और स्ट्रेस ईटिंग को रोकता है। दोनों मिलकर हेल्दी वेट लॉस को सपोर्ट करते हैं बिना कमजोरी लाए। यह उन लोगों के लिए आदर्श है जो नेचुरल तरीके से वजन कम करना चाहते हैं।

8. पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है:

शिलाजीत पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है जिससे खाना जल्दी और अच्छे से पचता है। अश्वगंधा पाचन से जुड़ी सूजन को कम करता है और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। दोनों मिलकर कब्ज, गैस और ब्लोटिंग जैसी परेशानियों को दूर करते हैं। एक हेल्दी गट हेल्थ के लिए यह संयोजन आदर्श है।

9. हड्डियों को मजबूत करता है:

अश्वगंधा बोन डेंसिटी बढ़ाने में सहायक होता है और हड्डियों की कमजोरी को रोकता है। शिलाजीत शरीर में मिनरल्स का अवशोषण बेहतर बनाता है, खासकर कैल्शियम और फॉस्फोरस का। दोनों मिलकर जोड़ों के दर्द और ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव करते हैं। यह एजिंग लोगों के लिए खासतौर पर फायदेमंद है।

10. त्वचा की सेहत में सुधार करता है:

शिलाजीत एंटीऑक्सीडेंट गुणों से स्किन को अंदर से डिटॉक्स करता है और चमक लौटाता है। अश्वगंधा स्किन की सूजन, दाग-धब्बे और एक्ने को कम करने में सहायक है। इन दोनों का सेवन त्वचा को हेल्दी, क्लियर और ग्लोइंग बनाता है। यह एंटी-एजिंग असर भी दिखाता है।

11. नींद की गुणवत्ता को बेहतर करता है:

अश्वगंधा GABA रिसेप्टर्स को एक्टिव करके दिमाग को शांत करता है, जिससे गहरी और अनरुक नींद आती है। शिलाजीत थकावट को कम करके शरीर को रिलैक्स मोड में लाता है। दोनों मिलकर अनिद्रा या नींद में बार-बार जागने जैसी समस्याओं को दूर करते हैं। यह एक नैचुरल स्लीप सपोर्ट है जो बिना साइड इफेक्ट्स नींद में सुधार लाता है।

12. हॉर्मोन बैलेंस को बनाए रखने में मददगार:

शिलाजीत एंडोक्राइन ग्लैंड्स को एक्टिव रखता है, जिससे हॉर्मोन का स्तर संतुलन में रहता है। अश्वगंधा थायरॉइड, टेस्टोस्टेरोन और कोर्टिसोल जैसे हॉर्मोन को नेचुरली बैलेंस करता है। दोनों साथ मिलकर महिलाओं और पुरुषों दोनों के हॉर्मोनल डिसऑर्डर्स में राहत पहुंचाते हैं। यह विशेष रूप से पीसीओडी, थायरॉइड और लो टेस्टोस्टेरोन जैसी स्थितियों में उपयोगी है।

13. रक्त संचार में सुधार करता है:

शिलाजीत ब्लड वेसल्स को चौड़ा करके रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है, जिससे पूरे शरीर को पोषण मिलता है। अश्वगंधा नसों को शांत करके हार्ट बीट और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है। दोनों का संयोजन शरीर के हर अंग तक ऑक्सीजन पहुंचाने में सहायक होता है। इससे थकान, सिरदर्द और शरीर की ठंडक जैसी समस्याएं भी कम होती हैं।

14. मानसिक स्पष्टता और फोकस को बढ़ाता है: 

शिलाजीत ब्रेन सेल्स की एनर्जी बढ़ाकर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को सुधारता है। अश्वगंधा तनाव से मुक्त करके दिमाग को क्लियर सोचने की स्थिति में लाता है। दोनों मिलकर decision-making, creativity और माइंडफुलनेस में सुधार लाते हैं। यह विद्यार्थियों और प्रोफेशनल्स दोनों के लिए आदर्श कॉम्बिनेशन है।

15. यौन स्वास्थ्य को बढ़ाता है (पुरुष और महिला दोनों में):

शिलाजीत पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता बढ़ाता है, जबकि अश्वगंधा यौन इच्छा और संतुष्टि को बढ़ावा देता है। महिलाओं में भी यह हॉर्मोन बैलेंस और रिप्रोडक्टिव हेल्थ को सुधारते हैं। साथ में लेने पर यह प्रजनन क्षमता और यौन जीवन को बेहतर बनाते हैं। यह एक प्राकृतिक कामोत्तेजक की तरह काम करता है।

16. एंटी-एजिंग प्रभाव प्रदान करता है:

शिलाजीत में मौजूद फुलविक एसिड शरीर की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है। अश्वगंधा त्वचा, बाल और मानसिक स्वास्थ्य को जवान बनाए रखने में मदद करता है। दोनों मिलकर बुढ़ापे के लक्षणों जैसे झुर्रियाँ, कमजोरी और सुस्ती को कम करते हैं। यह आपको उम्र से ज्यादा जवान महसूस कराता है।

17. बालों की सेहत में सुधार करता है:

शिलाजीत आयरन और मिनरल्स से भरपूर होता है जो बालों की जड़ों को पोषण देता है। अश्वगंधा स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाकर हेयर फॉल कम करता है। दोनों मिलकर बालों को घना, मजबूत और चमकदार बनाते हैं। यह समय से पहले सफेद होने से भी बालों की रक्षा करता है।

18. सूजन और दर्द में राहत देता है:

 शिलाजीत में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर की भीतरी सूजन को कम करते हैं। अश्वगंधा जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को शांत करने में सहायक है। यह गठिया और क्रॉनिक पेन जैसी समस्याओं के लिए कारगर साबित होता है। दोनों मिलकर दर्द निवारण और मूवमेंट में सुधार लाते हैं।

19. शरीर को डिटॉक्स करने में सहायक है:

शिलाजीत शरीर में जमा विषैले तत्वों को बाहर निकालने का काम करता है। अश्वगंधा लीवर और किडनी को सपोर्ट देकर उनके डिटॉक्स फंक्शन को मजबूत करता है। दोनों मिलकर शरीर को साफ और भीतर से हेल्दी बनाते हैं। यह स्किन, पाचन और ऊर्जा स्तर पर सीधा असर डालता है।

20. जीवनशक्ति और स्टेमिना को बढ़ाता है:

शिलाजीत 'रसायन' माने जाने वाले तत्वों में गिना जाता है जो ओज, तेज और जीवनशक्ति बढ़ाता है। अश्वगंधा शरीर की सहनशक्ति और मानसिक मजबूती को बढ़ाकर आपकी दैनिक कार्यक्षमता सुधारता है। दोनों मिलकर स्टैमिना और एंड्योरेंस में बढ़ोतरी करते हैं। यह संयोजन आपको दिनभर स्थिर ऊर्जा और संतुलन देता है।

 

रेडीक्लिनिक अश्वगंधा और शिलाजीत कॉम्बो क्यों चुनें?

रेडीक्लिनिक अश्वगंधा और शिलाजीत सप्लीमेंट आपकी स्टैमिना और एनर्जी को बढ़ाने के लिए सबसे बेहतरीन विकल्प है। यह सप्लीमेंट बहुत ही प्राकृतिक और शक्तिशाली सामग्रियों से बना है, जैसे 2100mg शुद्ध ऑर्गेनिक अश्वगंधा, 40mg काली मिर्च, और 1300mg शुद्ध शिलाजीत। यह संयोजन बिस्तर पर प्रदर्शन के दौरान ताकत और स्टैमिना को बढ़ाता है, अच्छी नींद को बढ़ावा देता है, तनाव को कम करता है और तनावमुक्त महसूस कराता है, T-लेवल्स को बढ़ाता है और हार्मोनल संतुलन को सुधारता है।

हमारे शिलाजीत और अश्वगंधा सप्लीमेंट के साथ पारंपरिक जड़ी-बूटियों की शक्ति का अनुभव करें, जो आपकी जीवनशक्ति को बढ़ाने और मांसपेशियों के विकास का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। प्राकृतिक तत्वों से भरपूर, यह एक मजबूत और स्वस्थ जीवनशैली के लिए आपका परफेक्ट साथी है। यह सप्लीमेंट तनाव को कम करता है, ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है और मानसिक स्वास्थ्य को सहयोग देता है।

 

 

  • तनाव से निपटने की क्षमता को बढ़ाएं और कॉर्टिसोल स्तर को स्वाभाविक रूप से कम करके भावनात्मक संतुलन में सुधार करें।
  • दिनभर की स्थायी ऊर्जा के लिए 1050mg ऑर्गेनिक अश्वगंधा के साथ अपनी ऊर्जा स्तर को ऊँचा उठाएँ।
  • मानसिक स्पष्टता और फोकस को बढ़ावा दें, ताकि आप सतर्क और उत्पादक बने रहें।
  • तेजी से रिकवरी करें: अश्वगंधा और शिलाजीत की प्राकृतिक शक्ति से मांसपेशियों की रिकवरी और विकास को बढ़ाएं।

लेने की प्रक्रिया

  • दैनिक रूप से भोजन के बाद 2 टैबलेट लें – एक सुबह और एक रात को सोने से पहले।
  • यह एक लैब-टेस्टेड सप्लीमेंट है और इसकी गुणवत्ता बहुत अच्छी है। पैकेजिंग भी बेहतरीन है।

 

निष्कर्ष

शिलाजीत और अश्वगंधा, दोनों ही आयुर्वेदिक औषधियां हैं जो समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इनका नियमित सेवन ऊर्जा, सहनशक्ति, मानसिक शांति, हृदय स्वास्थ्य, यौन शक्ति, प्रतिरक्षा प्रणाली और त्वचा व बालों के स्वास्थ्य में सुधार लाने में सहायक हो सकता है। ये प्राकृतिक रूप से शरीर को संतुलित रखने और आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार दीर्घायु को बढ़ाने में मदद करते हैं। हालांकि, हर व्यक्ति की शारीरिक आवश्यकताएं अलग होती हैं, इसलिए इनका सेवन शुरू करने से पहले किसी योग्य चिकित्सक या आयुर्वेद विशेषज्ञ से परामर्श लेना आवश्यक है, ताकि कोई भी संभावित दुष्प्रभाव या दवा के साथ परस्पर क्रिया से बचा जा सके।

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